New Delhi/दिल्ली/हरित और स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में भारत द्वारा की गई तेज प्रगति के बारे में चर्चा करते हुए, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि नवंबर, 2022 तक जैव ईंधन मिश्रण पर 10 प्रतिशत का लक्ष्य 5 महीने में पहले ही हासिल कर लिया गया है। साथ ही, 20 प्रतिशत जैव ईंधन सम्मिश्रण के लिए पहले से निर्धारित लक्ष्य 2030 के स्थान पर इसे 2025 कर दिया गया है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री पुरी 26वीं ऊर्जा प्रौद्योगिकी बैठक के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। ऊर्जा क्षेत्र में 3 चुनौतियों यानी उपलब्धता, सामर्थ्य और स्थिरता के प्रबंधन के बारे में उन्होंने कहा कि शुरुआत के लिए हमने स्थिरता से जुड़ी चुनौती पर हमारी गति धीमी नहीं रही, बल्कि हम तेजी से आगे बढ़े हैं।
श्री पुरी ने कहा- धीरे-धीरे किंतु निश्चित तौर पर हम 20 प्रतिशत की इस सीमा को हटा रहे हैं, क्योंकि यह सीमा हमने खुद पर लगाई थी। ऑटोमोबाइल कंपनियों ने कहा था कि 20 प्रतिशत तक मिश्रण के लिए इंजन में ज्यादा बदलाव की आवश्यकता नहीं है। लेकिन अब, उन्होंने कहा, हमारे पास 20 प्रतिशत मिश्रित ईंधन है, और इथेनॉल और बायोगैस संयंत्र आदि स्थापित करने की प्रक्रिया सख्ती से चल रही है। ऑटोमोबाइल निर्माता भी तकनीकी प्रगति के मामले में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने इंडियन ऑयल द्वारा हाल ही में लॉन्च की गई ग्रीन हाइड्रोजन बस का उदाहरण देते हुए कहा कि अब हम नई तकनीकी मानसिकता में प्रवेश कर रहे हैं, हमारे पास इलेक्ट्रिक कारें और अन्य फ्लेक्सी-फ्यूल वाहन हैं।